Sarvesh Kumar
Quote by Sarvesh Kumar - तुम्हे  चाहने के लिए 
मै अब एकांत नहीं तलाशता

नहीं जाता अब किसी पीपल की 
छांव में 

तुम्हारी याद आने पर
खुद अंदर ही अंदर मुस्कुरा 
लेता हु 

नहीं कहता किसी से तुम 
ऐसी थी ,वैसी थी
मै खुद जानता हु तुम 
कैसी थी 

तुम्हारे यादों के सहारे जी 
लेता हूं 
तन्हाई को गम के साथ पी लेता हूं

~ सर्वेश - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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