Rashmi Vyas
Quote by Rashmi Vyas - खामोशियों से भरा मंजर,
 नि:शब्द है अधर,
वक्त के इस ज्वार को,
शांत करें किस कदर।

ज्वलित हर एक रोम है,
 प्रकटित सिर्फ मासूमियत है।
मन का मन ही से संघर्ष है,
तूफानों का एक भयावह भंवर है।

हर तरफ शोर ही शोर है,
भीतर फिर भी एक मौन है। - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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