Divyata Singhai
Quote by Divyata Singhai - इस मनुष्य जीवन का, जो एक एक पल है,
करोड़ों के धन, से भी दुर्लभ है 
इन पलों के मिलकर, बन जाता जीवन है 
वो सिद्धों तक पहुँच जाता, जो संयम का समागम है 

दिव्यता सिंघई  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
0 likes 0 comments