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श्रुति परंपरा
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - सुबह की पसंद शाम की तलब हैं ,
जनाब ये चाय है इसकी बात ही अलग हैं...
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Quote by श्रुति परंपरा - कोई कुछ भी बोले अपने आप को शांत रखो, क्योंकि धूप कितनी भी तेज हों समुंदर को सुखा नहीं सकती..! 

Dixant  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - तस्वीरें लेना भी जरूरी हैं, ज़िंदगी में साहब...!
आईने गुजरा हुआ वक्त नही बताया करते...!!💔🥀

dixant  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - जब आप फिक्र में होते हैं
तो आप जलते हैं,
जब आप बेफिक्र होते हैं
तो दुनिया जलती है। 

vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - "जो हुआ, वह अच्छा हुआ
जो हो रहा है
वह अच्छा हो रहा है 
जो होगा
वह भी अच्छा ही होगा "

vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - यां चिन्तयामि सततं मयि सा विरक्ता साप्यन्यमिच्छति जनं स जनोऽन्यसक्तः ।
अस्मत्कृते च परिशुष्यति काचिदन्या,  धिक्तां च तं च मदनं च इमां च मां च ॥ 

जिस स्त्री से मैं प्रेम करता हूँ उसके हृदय में मेरे लिए कोई प्रेम नहीं है
बल्कि वह किसी और से प्रेम करती है जो किसी और से प्रेम करता है
 और जो स्त्री मुझसे प्रेम करती है उसके लिए  मेरे हृदय में कोई 
स्नेह नहीं है। मुझे इन सभी से और खुद से घृणा है।

dixant।vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - कामयाब पुरुष को तो ढुंढ ही लेती है स्त्रियां,.. 
तुम संघर्षों में साथ देने वाली श्रद्धा जैसी ढूंढना,.....|| - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा -  कामयाब पुरुष को तो ढुंढ ही लेती है स्त्रियां,...
तुम संघर्षों में साथ देने वाली श्रद्धा जैसी ढूंढना,.....|| - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - “प्रकृतेः क्रियमाणानि गुणैः कर्माणि सर्वशः। अहङ्कारविमूढात्मा कर्ताऽहमिति मन्यते।”

 सर्व प्रकृतियों के गुणों से सभी कर्म सम्पादित होते हैं। लेकिन अहंकारी और अज्ञानी मनुष्य को ऐसा लगता है ! जैसे मैं ही सब कर रहा हूँ।

ShrimadBhagavadGeeta।vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - "यां मे॒धां दे॑वग॒णाः पि॒तर॑श्चो॒पास॑ते ।
तया॒ माम॒द्य मे॒धयाऽग्ने॑ मे॒धावि॑नं कुरु॒ स्वाहा॑ "

हे अग्निदेव ! आप मुझे आज उस मेधा के द्वारा मेधावी बनाइये, जिस मेधा का देव-समूह और पितृ-गण सेवन करते हैं । आपके लिये यह श्रेष्ठ आहुति समर्पित है

shuklayajurveda | vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - काव्य-शास्त्र-विनोदेन कालो गच्छति धीमताम्।
व्यसनेन तु मूर्खाणां निद्राया कलहेन वा॥

बुद्धिमान लोग अपना समय मनोरंजन, कला और विज्ञान में व्यतीत करते हैं। मूर्ख लोग अपना समय झंझटों, निद्रा और झगड़ों में व्यतीत करते हैं।

dixant।vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - "न वित्तेन तर्पणीयो मनुष्य"

 मनुष्य धन की इच्छा से कभी तृत्प नहीं होता, उसका लालच बढ़ता जाता है।

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Quote by श्रुति परंपरा - स्वभावो नोपदेशेन शक्यते कर्तुमन्यथा!
सुतप्तमपि पानीयं पुनर्गच्छति शीतताम् !!

 किसी व्यक्ति को आप चाहे कितनी ही सलाह दे दो किन्तु उसका मूल स्वभाव नहीं बदलता ठीक उसी तरह जैसे ठन्डे पानी को उबालने पर तो वह गर्म हो जाता है लेकिन बाद में वह पुनः ठंडा हो जाता है

dixant। vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - जो इंसान अपने स्वयं की
 निंदा सुन लेता है 
वह सारे विश्व पर 
विजय प्राप्त कर लेता है

Mahamana।vaidik jivan - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - "उत्सवप्रिया: खलु: मनुष्या:"

मनुष्य को सदैव सुख अच्छा लगता है।

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Quote by श्रुति परंपरा - "स्वभावो दुरतिक्रमः"
स्वभाव बदलना मुश्किल है ।

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Quote by श्रुति परंपरा - जातस्य हि ध्रुवो मृत्युर्ध्रुवं जन्म मृतस्य च।
तस्मादपरिहार्येऽर्थे न त्वं शोचितुमर्हसि।

जन्मने वाले की मृत्यु निश्चित है
 और मरने वाले का जन्म निश्चित है  
इसलिए जो अटल है 
अपरिहार्य - है उसके विषय में 
तुमको शोक नहीं करना चाहिये।।

श्रीमद् भगवद्गीता  । वैदिकजीवन  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - "आपदि मित्र परीक्षा"

 आपत्ति में मित्र की परीक्षा होती है ।

dixant। vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - "अतिस्नेहः पापशंकी"

 अत्यधिक प्रेम पाप की आशंका उत्पन्न करता है।

dixant। vaidikjivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - "जीवितं क्षणविनाशिशाश्वतं किमपि नात्र"

 यह क्षणभुंगर जीवन में कुछ भी शाश्वत नहीं है।

adarsh। vaidikjivan - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - “सा सा सा सा जगति सकले कोऽयमद्वैतवादः।”
 
यह कैसा अद्वैतवाद है? मुझे हर जगह मेरी प्रेमिका ही नजर आ रही है।

@dixant  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - “प्रेमायदेवमिदमेव न वेदमेतद्,।
यो वेद वेदविदसावपि नैव वेद ।।”

 वो प्रेम को जानकर भी अनजान ही रहते हैं, जिनको लगता है। यही और इतना ही प्रेम है। वे ऐसी ही बातें करते हैं।

@dixant - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - “भवति हृदयहारी क्वापि कस्यापि कश्चिन्न खलु गुणविशेषः प्रेमबन्धप्रयोगे ।”

प्रेमबंधन के प्रसंग में कहीं भी कोई भी किसी 
का दिल चुरा सकता है। इसमें कोई गुण 
विशेष कारण नहीं होता है।

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Quote by श्रुति परंपरा - “प्रेमास्तु तद् यन्न हि किञ्चिदेव, कस्माच्चन प्रार्थयतेऽविकार।”

 जो विकार हीन रहकर कुछ नहीं मांगता, उसे प्रेम कहते हैं। - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - “विनानुरागं हि प्रणयिनः प्रमदाया जीवनं व्यर्थमेव खलु”

प्रेम के बिना किसी भी प्रेमी या प्रेमिका का जीवन व्यर्थ ही है। - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - अभ्याससारिणी विद्या

विद्या अभ्यास से आती हैं। - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - अगाधजलसंचारी रोहितः नैव गर्वितः
 
अगाध जल में तैरने वाली रोहू मछली घमंड नहीं करती - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - शतधौतेन मलिंत्व न मुन्चति
 
कोयला सैंकड़ों बार धोने 
पर भी मलिनता नहीं छोड़ता। - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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Quote by श्रुति परंपरा - शुभ गुरुपूर्णिमा  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं 
दीर्घायुष्यं बलं सुखं।
आरोग्यं परमं भाग्यं 
स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम् ॥

व्यायाम से स्वास्थ्य, लम्बी आयु, 
बल और सुख की प्राप्ति होती है। 
निरोगी होना परम भाग्य है और 
स्वास्थ्य से अन्य सभी 
कार्य सिद्ध होते हैं ।

योग दिवस 2023 - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - योग दिवस
 की
हार्दिक शुभकामनाएं - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - प्रसादचिह्नानि पुर:फलानि।

 पहले प्रसन्नतासूचक चिन्ह
 दिखाई पड़ते हैं तदन्तर फल की प्राप्ति होती है।

@vaidik jivan  - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - बहुभाषिण: न श्रद्दधाति लोक:। 

 अधिक बोलने वाले पर 
लोग श्रद्धा नहीं रखते।

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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा -  'अतिस्नेह: पापशंकी।' 

अत्यधिक प्रेम पाप की आशंका उत्पंन करता है।

@vaidik_jivan - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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श्रुति परंपरा
Quote by श्रुति परंपरा - अत्यादर: शंकनीय:।
..........
अत्यधिक आदर किया जाना शड़्कनीय है। - Made using Quotes Creator App, Post Maker App
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